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मौलिक भारत तृतीय स्थापना दिवस समारोह – नयी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा


BY : MBA

गजेन्द्र सोलंकी पुनः अध्यक्ष चुने गये
पांच राज्यों के प्रभारियों की भी घोषणा
3 फरवरी 2015 को मौलिक भारत संस्था ने अपनी औपचारिक शुरूआत के दो वर्ष पूरे किये। इस अवसर पर संस्था के मुख्य कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जहाँ एक ओर संस्था के पिछले दो वर्षों के कार्यों व परिणामों का लेखा-जोखा महासचिव अनुज अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत किया गया, वहीं आगामी वर्ष के लिए नयी राष्ट्रीय कार्यकारिणी, नये न्यासियों व प्रदेश प्रभारियों के साथ ही अन्य पदों की घोषणा सर्वसम्मति से की गयी।

संस्था के संरक्षक व मार्गदर्शक पवन सिन्हा जी ने अपने संबोधन में आगामी कार्ययोजनाओं के लिए तैयार रहने का आहवान किया तथा जमीनी संघर्ष की पिछली उपलब्धियों के आधार पर आगामी आंदोलनों के कारण संस्था व सदस्यों पर पड़ने वाले दबाव से निबटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा। उन्होंने ट्रस्ट के सदस्यों के इस अनुरोध को स्वीकार किया कि आगामी कुछ समय के अन्दर ही संस्था से जुड़ने वाले सदस्यों का प्रशिक्षण व शिक्षण का कार्य ‘पावन चिंतन धारा’ के आश्रम में प्रारम्भ कर दिया जायेगा। इस हेतु पूरी कार्य योजना बनाने में कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर दयाल कंसल एवं राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुरेश शर्मा उनका सहयोग करेंगे। पवन जी ने सभी सदस्यों से सदस्यता शुल्क व दान एकत्र करने का आहवान भी किया ताकि स्वच्छ व पारदर्शी स्रोतों से उपलब्ध धन के माध्यम से ही आंदोलन की आगामी गतिविधियों का सुचारू व लोकतांत्रिक तरीकों से संचालन किया जा सके। कार्यक्रम के अध्यक्ष व संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर दयाल कंसल जी ने अपने संबोधन में संस्था के पिछले दो वर्षों के कार्यों की सराहना करते हुए अनुरोध किया कि संस्था का स्वरूप सामाजिक बदलावों के लिए ही रहे व हम अराजनीतिक रहते हुए परिवर्तन के लिए कार्य करें।

संस्था के उ.प्र. के प्रभारी कैप्टन विकास गुप्ता ने उ. प्र. के लिए अपनी आगामी कार्ययोजनाओं को स्पष्ट किया तथा सूचित किया कि गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद एवं लखनऊ में संस्था के कार्यालयों का संचालन एक सप्ताह में प्रारंभ किया जा रहा है तथा इसी वर्ष में उत्तर प्रदेश के समस्त विभागों में संस्था की गतिविधियां प्रारम्भ कर दी जायेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रांतीय कार्यकारिणी का गठन शीघ्र कर जिला कार्यकारिणियों का गठन प्रारम्भ कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में भ्रष्टाचार, प्राधिकरणों के घोटाले व किसानों के मुददों पर एक समग्र-आंदोलन चलाया जायेगा तथा इसमें विशाल जनभागीदारी सुनिश्चित की जायेगी।

संस्था में हरियाणा के प्रभारी नवीन कौशिक ‘जयहिन्द’ ने सूचित किया कि पूरे प्रदेश में प्रत्येक जिले व ग्राम स्त्तर तक ईकाईयों के गठन का कार्य पूरा किया जा चुका है तथा लगभग दस हजार कार्यकर्ताओं की समर्पित फौज तैयार की जा चुकी है। प्राथमिक शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, महिला सशक्तिकरण व शहीदों के सम्मान व जवानों के मुद्दों पर कार्य किया जा रहा है। महासचिव अनुज अग्रवाल के अनुरोध पर उन्होंने आश्वसान दिया कि शीघ्र ही भ्रष्टाचार, सुशासन व किसानों के मुद्दों पर भी आंदोलन शुरू किया जायेगा तथा स्थायी कार्यालयों का संचालन भी प्रारम्भ हो जायेगा।

संस्था में दिल्ली के प्रभारी उमेश गौड़ ने स्पष्ट किया कि बहुत शीघ्र दिल्ली में कार्यकारिणी का गठन कर वृहद स्तर पर कार्य प्रारम्भ किया जा रहा है जिसका संचालन आईटीओ के समीप ईश्वर दयाल कंसल जी द्वारा उपलब्ध कराये गये कार्यालय से किया जायेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि हम स्थानीय मुद्दों, महानगरपालिका, डीडीए व पुलिस के अलावा दिल्ली सरकार से भी जनहित के मुद्दों के निस्तारण के लिए कार्य करेंगे, साथ ही केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों की नीतियों में मौलिक भारत के दृष्टिकोण को शामिल करने के लिए केन्द्रीय सरकार पर दबाव डालेंगे। उन्होंने आहवान किया कि मौलिक भारत के सक्रिय कार्यकर्ता विभिन्न विभागों व मंत्रालयों की समितियों में शामिल होने की तैयारी करे ताकि सरकार के जनकेन्द्रित संचालन में संस्था की भूमिका बढ़ाई जा सके।

संस्था के राजस्थान के प्रभारी सुरजीत कुमार जी आयोजन में भाग नहीं ले पाये न अपने संदेश में स्पष्ट किया कि राजस्थान में विभिन्न समितियों व कार्यकारिणी के गठन व संघर्ष के मुद्दों पर विचार विमर्श प्रारम्भ किया जा चुका है। संस्था की उपाध्यक्ष व महिला संयोजिका ऊषा ठाकुर जी ने सदस्यों से अनुरोध किया कि हम बड़ी बड़ी बातें न कर आम आदमी की छोटी- छोटी जरूरतें पूरा करने के लिए कार्य करें तो बेहतर होगा, गांवों में, स्लम बस्तियों में बहुत कार्य किया जाना है। इसमें लगे लोगों को साथ जोड़ने की कोशिश करती रहूँगी।

संस्था के ट्रस्टी नेपाल सिंह तोमर ने किसानों के भुगतान के मुद्दों पर संघर्ष का आहवान किया जिसको सदन ने स्वीकार कर लिया साथ ही उन्होंने संस्था के संघर्ष के मुद्दों को विधानसभाओं व संसद में उठाने हेतु सक्रिय भागीदारी की जिम्मेदारी भी ली। अपने संबोधन में राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुरेश शर्मा जी ने सुझाव दिया कि हमें चुनाव आयोग से माँग करनी चाहिए कि विधानसभा चुनावों में प्रधनमंत्री, केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्रियों को पार्टी विशेष के पक्ष में चुनाव प्रचार प्रतिबंधित होना चाहिए। नीरज सक्सेना एवं राहुल राज मलिक ने अपने प्रस्तुतीकरण में चुनाव आयोग की गड़बड़ियो संबंधित संघर्ष का ब्यौरा दिया जिसे सदन ने सराहा व आगामी कार्यों में सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।

संस्था के कोषाध्यक्ष राजेश गोयल द्वारा प्रस्तुत सदस्यता शुल्क का ढांचा भी सदन ने स्वीकार किया जिसका विवरण इस प्रकार है-
सदस्य जिला कार्यकारिणी – रू 100/- वार्षिक
सदस्य प्रांतिय कार्यकारिणी – रू 100/- वार्षिक
सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी – रू 5000/- वार्षिक
सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी – रू 11000/- वार्षिक
सदस्य बोर्ड कार्य ट्रस्ट – रू 51000/- वार्षिक

साथ ही सदस्यों को फरवरी माह के अन्दर अपना शुल्क जमा करने व प्रत्येक द्वारा कम से कम दस सदस्य बनाने की जिम्मेदारी दी गयी। पुनः निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष गजेन्द्र सोलंकी ने सदस्यों को बधाई देते हुए आगामी संघर्ष की रूप रेखा खींची। उन्होंने पिछले वर्षों के अन्य आंदोलनों की विफलता व बिखराव से सबक लेने का आहवान करते हुए प्रभावी रणनीति बनाने पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब जनहित, किसानों व भ्रष्टाचार के मुद्दों पर संघर्ष की तीव्रता बढ़ाई जायेगी और एक स्थायी कोष का निर्माण एक माह के अंदर कर लिया जायेगा।

इस अवसर पर मृत्यृंजय सिंह, प्रो. नेमचंद जैन, अमित भाटी, नवनीत सिंह, नीरज सक्सेना, राहुल राज मलिक जितेन्द्र खुराना, अनन्त त्रिवेदी, सत्यप्रकाश भारत, राकेश कुमार, करतार सिंह, इन्दु सिंह आदि ने अपने-अपने विचार रखे।

नयी राष्ट्रीय कार्यकारिणी निम्न प्रकार है
नवनियुक्त ट्रस्टी : नीरज सक्सेना
सुरेश शर्मा
ईश्वर दयाल कंसल
ऊषा ठाकुर
कै विकास गुप्ता
संरक्षक : पवन सिन्हा
अध्यक्ष : गजेन्द्र सोलंकी
कार्यकारी अध्यक्ष : ईश्वर दयाल कंसल (व्यवस्था परिवर्तन के अन्य आंदोलनों व संगठनों से सहयोग, सामंजस्य व समन्वय की जिम्मेदारी)
महासचिव : अनुज अग्रवाल
संगठन मंत्री : सुरेश शर्मा (प्राथमिक रूप से 50 जिलों व क्रमिक रूप से पूरे देश में वृहत स्तर पर संगठन का ढांचा खड़ा करना।)
सह संगठन मंत्री : नीरज सक्सेना
कोषाध्यक्ष : राजेश गोयल
सहकोषाध्यक्ष : मधुसूदन अग्रवाल व धनंजय सिंह
उपाध्यक्ष : उमेश गौड़
ऊषा ठाकुर, महिला संयोजिका
अमरनाथ ओझा
कै. विकास गुप्ता
प्रभारी : उ.प्र. : कै. विकास गुप्ता
हरियाणा : नवीन कौशिक
राजस्थान :सुसज्जित कुमार
दिल्ली: उमेश गौड़
तमिलनाडू : नाजरीन कृष्णमूर्ति
सचिव : इंदू सिंह
मृत्युंजय सिंह
गौरव अग्रवाल
नवनीत सिंह

युवा मोर्चा (पुरूष) : अध्यक्ष – अमित भाटी, महासचिव – जितेन्द्र खुराना
(महिला) : अध्यक्ष रचना गुप्ता, महासचिव – नेहा गार्गी शर्मा
राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी : गोपाल प्रसाद, संजय शर्मा एवं रजनीश झा
कानूनी सलाहकार – राहुल राज मलिक, नीरज सक्सेना, योगेश सक्सेना
संयोजक आर. टी. आई सैल – संजीव गुप्ता एवं गोपाल प्रसाद
प्रचार समाग्री व मीडिया प्रबंधन समिति- गजेन्द्र सोलंकी, कै. विकास गुप्ता, अनुज अग्रवाल नीरज सक्सेना, राहुलराज मलिक

राष्ट्रीय मार्गदर्शक मंडल
प्रशिक्षण एवं शिक्षण समिति- पवन सिन्हा, ईश्वर दयाल कंसल व सुरेश शर्मा
सांसद विधायक समन्वय समिति – नेपाल सिंह तोमर, गजेन्द्र सोलंकी, विक्रम चौधरी, विकास गुप्ता भू एवम् निर्माण मामलों की समिति – संजय शर्मा

संवैधानिक एवं राजनीतिक सुधार – अनुज अग्रवाल, सुसज्जित कुमार सामाजिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक सुधार – पवन सिन्हा, स्वामी चतुर्वेदी
चुनाव सुधार – नीरज सक्सेना, संजीव गुप्ता, एम.सी. राज, अनंत त्रिवेदी
कर सुधार – अतुल देशमुख, मुकेश शर्मा
महिला – श्रीमती ऊषा ठाकुर, मेजर संगीता तोमर, इंदू सिंह, डॉ. अर्चना विनोद
युवा व विद्यार्थी – कर्नल अजय वीर, विराजा महापात्रा
आर्थिक सुधार – अनुज अग्रवाल, डॉ. तेजवीर सिंह
विज्ञान, पर्यावरण एवं आपदा प्रबंधन – डॉ. सूर्यप्रकाश कपूर
न्यायिक सुधार – मनीराम शर्मा, डॉ. अमर नाथ ओझा
प्रशासन एवं पुलिस सुधार – राजेन्द्र धर, नूतन ठाकुर, हेमराज वांगिया
शिक्षा – ईश्वर दयाल बंसल, टी.के. जैन, अजय ‘एकल’
स्वास्थ्य – आशुतोष सिंह, डा. ए.के. सिंह, डॉ. प्रेम अग्रवाल, प्रवीण कुमार
ग्रामीण विकास, पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधन – अरूण तिवारी, समीर कुमार, विश्वास नन्द शास्त्री नेतृत्व विकास मौलिक जनसंवाद – अनुज अग्रवाल, नेपाल सिंह तोमर, भावेश पांडये एवं छात्र सम्मेलन विदेश नीति – नीरज कुमार

इतिहास पुनर्लेखन समिति – प्रो. नेमचन्द्र जैन, संदीप देव, विजय शंकर तिवारी, जितेन्द्र खुराना संगठन का ढांचा बहुस्तरीय रहेगा जो निम्न प्रकार रहेगा-
– राष्ट्रीय संरक्षक एवं राष्ट्रीय संचालक समिति।
– राष्ट्रीय सलाहकार समिति।
– राष्ट्रीय मार्गदर्शक मंडल।
– राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय परिषद
– प्रांतीय कार्यकारिणी एवं प्रांतीय परिषद
– जिला कार्यकारिणी एवं जिला परिषद
– ब्लाक/तहसील कार्यकारिणी एवं परिषद
– ग्राम पंचायत कार्यकारिणी एवं परिषद

1. राष्ट्रीय संरक्षकः आध्यात्मिक गुरू एवं ज्योतिषाचार्य श्री पवन सिन्हा जी अब संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक होंगे तथा संस्था के दार्शनिक स्वरूप को स्पष्ट करते रहेंगे।
2. राष्ट्रीय संचालन समितिः मौलिक भारत ट्रस्ट के सभी ट्रस्टी इस समिति के सदस्य होंगे, संस्था के आपातकालीन निर्णय, अर्थप्रबंधन एवं विस्तार के साथ ही सभी प्रकार के मार्गदर्शन के लिए यह समिति उत्तरदायी होगी। इस समिति में नये सदस्यों के प्रवेश का मार्ग खुला है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी का कोई भी सदस्य संस्था में अपने कार्यों व उपलब्धियों के आधार पर इसकी सदस्यता का दावा कर सकता है।
3. राष्ट्रीय सलाहकार परिषदः समाज में सक्रिय व संस्था से अलग किन्तु हमारे कार्यों से प्रभावित प्रतिष्ठित लोग जिनकी कार्यप्रणाली व जीवनशैली अनुकरणीय है और जो संस्था के संचालन मैं अपनी सलाह, विचार व सुझाव दे सकते हैं, इसके सदस्य होंगें। राष्ट्रीय संचालक समिति इसमें विचार विमर्श कर लोगों को जोड़ने की अधिकारी होगी।
4. राष्ट्रीय मार्गदशक मंडलः मौलिक भारत के नीतिपत्र बनाने में इस समूह का विशेष योगदान रहा है। प्रत्येक क्षेत्र पर संस्था के विशेष दृष्टिकोण एवं नीतियों के निर्माण में इस मंडल की विशेष भूमिका रहेगी। एक प्रकार से इसी समिति के सुझावों व विचारों के अनुरूप राष्ट्रीय कार्यकारिणी संस्था का संचालन करेगी। किसी भी विवाद की स्थिति में राष्ट्रीय परिषद की बैठक में निर्णय लिया जा सकेगा।
5. कोर कमेटीः राष्ट्रीय संरक्षक, राष्ट्रीय संचालन समिति, एवं राष्ट्रीय मार्गदशक मंडल को मिलाकर कोर कमेटी का गठन किया जायेगा जो विशिष्ट स्थितियों में निर्णय लेकर बाद में राष्ट्रीय परिषद के मंजूरी ले सकेगी।
नोट: राष्ट्रीय सलाहाकर समिति, राष्ट्रीय परिषद्, एवं प्रांतो की कार्यकारणी के पुर्नगठन का भी प्रस्ताव हैं। पुर्नगठन के उपरान्त सूचना प्रेषित का जायेगी।

दिनांक: 5.02.2015

भवदीय
अनुज अग्रवाल
महासचिव
मौलिक भारत आंदोलन

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