आधार कार्ड को अनिवार्य करने के लिए मौलिक भारत सन 2015 से ही सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग व भारत सरकार को प्रतिवेदन भेज रहा है। आज देश में 99% से अधिक नागरिकों को आधार कार्ड जारी किए जा चुके हैं किंतु फिर भी “ निजता के उल्लंघन” के आधार पर सुप्रीम कोर्ट आधार कार्ड को प्रत्येक सेवा व लेन देन में अनिवार्य नहीं होने दे रहा है। इसीलिए भ्रष्टाचारी व कालेधन कमाने वाले मौज कर रहें हैं क्योंकि उनको लगता है कि सुप्रीम कोर्ट उनको संरक्षण दे रहा है। MAULIK BHARAT इस दुरभिसंधि को समाप्त करने की माँग करता है।
Related Articles
कौन रोक सकेगा सनातन संस्कृति के इस प्रवाह को
कौन रोक सकेगा सनातन संस्कृति के इस प्रवाह को – अनुज अग्रवाल क्या आपने महसूस किया कि देश एक व्यापक सांस्कृतिक क्रांति के दौर से गुजर रहा है। बाबा रामदेव ने पिछले कुछ बर्षों जैसे योग व आयुर्वेद को देश दुनिया मे घर घर पहुंचा दिया वैसे ही बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश का छट […]
मौलिक भारत की माँग : 500 यात्री विमानो की ख़रीद पर हो पुनर्विचार
मौलिक भारत की माँग : 500 यात्री विमानो की ख़रीद पर हो पुनर्विचार मित्रों, मौलिक भारत की समझ नहीं आ रहा कि भारत (टाटा समूह की एयर इंडिया) जो अगले तीन चार सालो में जो आठ लाख करोड़ रुपयों की क़ीमत के जो 500 यात्री विमान अमेरिका – फ़्रांस – इंग्लैंड से ले रहा है […]